भारतीय रेल को अगर भारत की जीवन रेखा कहा जाये तो इसमें कोई दो राये नहीं है ।आज के वक़्त में बिना रेल के जीवन जीने की कल्पना करना बहुत मुश्किल है क्यों की आज हर आदमी चाहे आम आदमी हो या खास वो यात्रा के लिए जयादा तर भारतीय रेल पर ही निर्भर है।भारतीय रेल के द्वारा यात्रा करने में सबसे बड़ी चुनौती रेल में आरक्षण की होती है । जब आप किसी एक जगह से दुसरे जगह यात्रा करते हैं तो सम्बंधित रेल गाड़ी में आप को अपना सिट आरक्षित करवाना पड़ता है और यही सबसे मुश्किल काम है जब आप टिकट काउंटर पर जाते है तो पता चलता है की जिस तारीख को आप अपना टिकट बुक करना चाहते हैं उसदिन किसी भी ट्रेन में कोई भी सिट खाली नहीं है और फिर मज़बूरी में आप को अपनी यात्रा की तारीख बदलनी पड़ती है या फिर परेशानी उठा के बिना आरक्षित सिट के सफ़र करना पड़ता है। लेकिन शयेद बहुत कम लोगों को ये मालूम है की भारतीय रेल में टिकट आरक्षण में कोटा का प्रवधान है ।कोटा तो हर जगह लगता है। चाहें एजुकेशन हो या रिजर्वेशन कोटे के बिना काम नहीं चलता।
आईये देखते हैं की ट्रेन रिजर्वेशन के लिए कितने तरह के कोटे लगाए जाते हैं और इनका लाभ कौन उठा सकता है ।
भारतीय रेल्वे में उपयोग होने वाले कोटे-------
HP: हैंडिकैप कोटा। अगर आप फिजिकली हैंडिकैप हैं तो यह कोटा आपके लिए है। इस कोटे के तहत वो लोग जो विकलांग होते हैं अपनी टिकट बुक करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें स्पेशल सीट दी जाती है। ऐसे लोगों की टिकट जल्दी क्लियर होती है।
LD : लेडीज कोटा, अब नाम से तो आप समझ ही गए होंगे की हम महिलाओं को दिए जाने वाले स्पेशल कोटे की बात कर रहे हैं। यह कोटा सबसे ज्यादा प्रचलन में है। महिलाओं के लिए अगर सीट बुक करानी हो तो आप लेडीज कोटा का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा होने पर अगर आपकी टिकट वेटिंग लिस्ट में है तो सिर्फ लेडीज कोटे के तहत ही क्लियर की जाएगी।
DF: डिफेंस कोटा। भारतीय डिफेंस सर्विसेज में काम करने वाले सभी लोगों को यह कोटा दिया जाता है। पुलिस, आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, सीआरपीएफ जैसी कोई भी स्पेशल फोर्स इस कोटे का खास फायदा उठा सकती है।
FT: फॉरेन टूरिस्ट कोटा। विदेशों से आए लोगों को ये कोटा दिया जाता है। इसके लिए उन्हें अपना पासपोर्ट, वीजा, और उनके देश का आईडी देना पड़ता है।
DP: ड्यूटी पास कोटा। यह वो कोटा है जिसमें रेल कर्मचारियों को सुविधाएं दी जाती हैं। इस कोटे का लाभ सिर्फ रेल्वे कर्मचारी ही ले सकते हैं।
PH: पार्लियामेंट हाउस कोटा। अब इसका नाम ही बता रहा है कि यह कोटा किसे दिया जाता है। नेताओं के लिए स्पेशल सीट इसके लिए
DP: ड्यूटी पास कोटा। यह वो कोटा है जिसमें रेल कर्मचारियों को सुविधाएं दी जाती हैं। इस कोटे का लाभ सिर्फ रेल्वे कर्मचारी ही ले सकते हैं।
PH: पार्लियामेंट हाउस कोटा। अब इसका नाम ही बता रहा है कि यह कोटा किसे दिया जाता है। नेताओं के लिए स्पेशल सीट इसके लिए
RS: रोड साइड कोटा, बड़े स्टेशनों के बीच के ऐसे स्टेशन जो कंप्यूटराइज्ड नेटवर्क से न जुडे़ हों तब उन्हें रोड साइड कोटे में रख कर टिकट रिजर्व किए जाते हैं। इनमें वेटिंग लिस्ट भी होती है।
OS: आउट स्टेशन कोटा। अपने घर से कहीं बाहर से अगर आप रिजर्वेशन करा रहे हैं तो यह कोटा लग सकता है। इसका प्रयोग ज्यादातर रेल्वे के लोग लेते हैं।
HQ: हाई ऑफिशल या हेडक्वॉर्टर कोटा। यह कोटा जज, आर्मी वालों जैसे हाई रैंक के ऑफिसर्स को दिया जाता है। इसका फायदा उठाने के लिए किसी भी बड़ी रैंक के अधिकारी को अपना आईडी प्रूफ दिखाना जरूरी है।
SS: सीनियर सिटीजन कोटा। इस कोट के लिए आपके पास सीनियर सिटीजन का सर्टिफिकेट होना जरूरी है। इस कोटे के तहत बुजर्ग लोगों को पहले सीट दी जाती है। सीनियर सिटीजन कोटा में टिकट के दाम भी कम होते है।
आईये देखते हैं की ट्रेन रिजर्वेशन के लिए कितने तरह के कोटे लगाए जाते हैं और इनका लाभ कौन उठा सकता है ।
भारतीय रेल्वे में उपयोग होने वाले कोटे-------
HP: हैंडिकैप कोटा। अगर आप फिजिकली हैंडिकैप हैं तो यह कोटा आपके लिए है। इस कोटे के तहत वो लोग जो विकलांग होते हैं अपनी टिकट बुक करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें स्पेशल सीट दी जाती है। ऐसे लोगों की टिकट जल्दी क्लियर होती है।
LD : लेडीज कोटा, अब नाम से तो आप समझ ही गए होंगे की हम महिलाओं को दिए जाने वाले स्पेशल कोटे की बात कर रहे हैं। यह कोटा सबसे ज्यादा प्रचलन में है। महिलाओं के लिए अगर सीट बुक करानी हो तो आप लेडीज कोटा का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा होने पर अगर आपकी टिकट वेटिंग लिस्ट में है तो सिर्फ लेडीज कोटे के तहत ही क्लियर की जाएगी।
DF: डिफेंस कोटा। भारतीय डिफेंस सर्विसेज में काम करने वाले सभी लोगों को यह कोटा दिया जाता है। पुलिस, आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, सीआरपीएफ जैसी कोई भी स्पेशल फोर्स इस कोटे का खास फायदा उठा सकती है।
FT: फॉरेन टूरिस्ट कोटा। विदेशों से आए लोगों को ये कोटा दिया जाता है। इसके लिए उन्हें अपना पासपोर्ट, वीजा, और उनके देश का आईडी देना पड़ता है।
DP: ड्यूटी पास कोटा। यह वो कोटा है जिसमें रेल कर्मचारियों को सुविधाएं दी जाती हैं। इस कोटे का लाभ सिर्फ रेल्वे कर्मचारी ही ले सकते हैं।
PH: पार्लियामेंट हाउस कोटा। अब इसका नाम ही बता रहा है कि यह कोटा किसे दिया जाता है। नेताओं के लिए स्पेशल सीट इसके लिए
DP: ड्यूटी पास कोटा। यह वो कोटा है जिसमें रेल कर्मचारियों को सुविधाएं दी जाती हैं। इस कोटे का लाभ सिर्फ रेल्वे कर्मचारी ही ले सकते हैं।
PH: पार्लियामेंट हाउस कोटा। अब इसका नाम ही बता रहा है कि यह कोटा किसे दिया जाता है। नेताओं के लिए स्पेशल सीट इसके लिए
RS: रोड साइड कोटा, बड़े स्टेशनों के बीच के ऐसे स्टेशन जो कंप्यूटराइज्ड नेटवर्क से न जुडे़ हों तब उन्हें रोड साइड कोटे में रख कर टिकट रिजर्व किए जाते हैं। इनमें वेटिंग लिस्ट भी होती है।
OS: आउट स्टेशन कोटा। अपने घर से कहीं बाहर से अगर आप रिजर्वेशन करा रहे हैं तो यह कोटा लग सकता है। इसका प्रयोग ज्यादातर रेल्वे के लोग लेते हैं।
HQ: हाई ऑफिशल या हेडक्वॉर्टर कोटा। यह कोटा जज, आर्मी वालों जैसे हाई रैंक के ऑफिसर्स को दिया जाता है। इसका फायदा उठाने के लिए किसी भी बड़ी रैंक के अधिकारी को अपना आईडी प्रूफ दिखाना जरूरी है।
SS: सीनियर सिटीजन कोटा। इस कोट के लिए आपके पास सीनियर सिटीजन का सर्टिफिकेट होना जरूरी है। इस कोटे के तहत बुजर्ग लोगों को पहले सीट दी जाती है। सीनियर सिटीजन कोटा में टिकट के दाम भी कम होते है।
No comments:
Post a Comment